Examine This Report on वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
शादीशुदा जीवन में सामंजस्य बनाए रखने के लिए।
यह मंत्र व्यक्ति के मन को आकर्षित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, आप दूसरे व्यक्ति को आपके प्रति आकर्षित कर सकते हैं और उनमें अपने प्रतीक्षाएं जगा सकते हैं।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मोहिनी देवी (अमुक) वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥
कहने का तात्पर्य यह है कि जैसा कार्य हो वैसा ही शक्ति का उपयोग किया जाता है। वे समस्त शक्तियां ईश्वर पूर्ण ब्रह्म की हैं और पूर्व की समता में उसके किसी अंश पर अधिकार पा सकना सहज साध्य है । अतएव मन्त्रों के आचार्यों ने ईश्वर की विभिन्न शक्तियों के ही मन्त्र बनाए हैं। मूर्ख ब्राह्मण के नाम पर बनाये गए मन्त्रों द्वारा सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को जीत कर उसी की प्राप्ति की जा सकती है तदर्थ बहन छोटे मोटे कार्यों के लिये प्रयुक्त करना आवश्यक नहीं समझा जाता। किसी प्रयोग या क्रिया का जो नियम निर्धारित किया गया है, उसे मित्र कहते हैं ।
यदि उसे आँख खोलने पर दिखाई न दे, अर्थात् वह किसी ऐसी जगह हो, जहाँ विला जाए, उसे देखा नहीं जा सकता तो पैरों से भी काम लेना होगा। किसी किसी काम में हाथ, पैर, आंख, कान आदि सभी इन्द्रियों का काम आ पड़ता है। किसी में केवल बुद्धि का और किसी में केवल आत्मा का।
इसके लिए आपको ऊपर दिए गए मंत्र का प्रयोग निम्न तरह से करना है.
(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)
खाने की कुछ चीजे चाहे वो पान हो, इलायची हो या फिर लौंग इनमे आकर्षण का काम कर साध्य को दिया जाता था जिसके प्रभाव से धीरे धीरे सामने वाला दिमाग उसके कण्ट्रोल से बाहर होने लगता था.
वशीकरण कई प्रकार के होते है। जैसे; पति पत्नी, प्रेमी प्रेमिका, शत्रु वशीकरण, राज वशीकरण, देवी देवता वशीकरण, प्रेत वशीकरण इत्यादि।
इसे आप एक व्यक्ति, एक ग्रुप या समुदाय विशेष तक सिमित कर सकते है.
नरसिंह की मोहिनी मोहे सब संसार, मोहन रे मोहनता वीर
वशीकरण मंत्र के अलावा, आप अन्य टोटके और उपायों का भी उपयोग कर सकते हैं जो वशीकरण में मदद कर सकते हैं। ये उपाय विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे कि यंत्र, धार्मिक प्रयोग, धूप, दीपक, रत्न, या धारण किए जाने वाले वस्त्र। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप इन उपायों को सही ढंग से और संबंधित विधि का पालन करते हुए कर रहे हैं।
शुद्ध इरादे: वशीकरण करने वाले व्यक्ति के इरादे सकारात्मक और more info ईमानदार होने चाहिए।
इसके बाद हाथ में जल लेकर मंत्र जाप का संकल्प लें और तीन दिन तक प्रतिदिन निम्नलिखित मंत्र की इक्यावन माला जाप करें।